लवणता सैलिनिटी
लवणता
सागरीय जल के भार एवं उसमें घुले हुए पदार्थों के भार के अनुपात को सागरीय लवणता कहते हैं एक किलोग्राम सागर यह जल में घुले हुए ठोस पदार्थों की कुल मात्रा को भी लवणता कहते हैं लवणता किसे कहते हैं सामान्य रूप से सागरीय लवणता को प्रति हजार ग्राम जल में स्थित लवण की मात्रा के रूप में दर्शाया जाता है सागरीय जल का संगठन सागरीय जल एक सक्रिय गोलक होता है जिस कारण इसमें कई खनिज गुली अवस्था में मिलते हैं जैसे सोडियम क्लोराइड मैग्निशियम क्लोराइड मैग्निशियम सल्फेट मैग्नीशियम सल्फेट कैलशियम सल्फेट पोटेशियम सल्फेट पोटेशियम सल्फेट कैलयम कार्बोनेट मैग्निशियम ब्रोमाइड
सागरीय लवण के स्रोत पृथ्वी जिसकी उत्पत्ति ठोस पपड़ी कैसे हुई है जिसमें लवण मात्रा अधिक होती है इसके विघटन वे वियोजन के कारण अपरदन के कारकों द्वारा लवण सागर में पहुंचाया जाने लगा अपरदन के कारण नदी व पवन सागरीय लवण के स्रोत निम्नलिखित तीन है पृथ्वी मुख्य है नदी में पवन ज्वालामुखी से निश्चित राख सागरीय लवणता के नियंत्रक कारक महासागरों सागरों तथा जिलों में लवण की मात्रा को प्रभावित करने वाले कारकों को नियंत्रक कारक कंट्रोलिंग फैक्टर कहते हैं नियंत्रक कारक किसे कहते हैं
वाष्पीकरण तापक्रम बढ़ने पर वाष्पीकरण बढ़ता है जिससे लवणता बढ़ती है जैसे कर्म तथा मकर रेखा ओं के पास वाष्पीकरण के साथ पवन में आद्रता की न्यूनता का होना अनिवार्य होता है तापक्रम बढ़ता है तो आज भी करण बढ़ता है जिससे आद्रता भी बढ़ती है लवणता स्थिर रहती है वर्षा द्वारा जल की आपूर्ति वर्षा अधिक होने पर स्वच्छ जल की मात्रा बढ़ती है जिससे लवणता कम होती है जैसे भूमध्य रेखीय प्रदेश में ध्रुवीय उपद्रवी ध्रुवीय प्रदेश प्रदेशों में हिमांक वर्षा निर्मित हिमवर्षा निर्मित हिमानी सागर शीतोषण प्रदेशों में पहुंचकर लवणता को कम कर देते हैं ध्रुव के चतुर्दिक कम लवणता की मेखला पाई जाती है
नदी के जल का आगमन नदियों में स्वच्छ जल की मात्रा अधिक होती है जिससे उनके मुहाने पर कम लवणता पाई जाती है जैसे गंगा कांगोलाइज अमेजॉन सेट लॉरेंस नदियों के मुहाने पर कम लवणता पाई जाती है कृष्ण सागर में डेन्यूब मिनिस्टर नदी गिरने से लवणता मात्र 18% होती है जहां पर वाष्पीकरण की मात्रा स्वच्छ जल की आपूर्ति से अधिक होती है वहां पर लवणता बढ़ती जाती है जैसे रूम सागर में 40%
वायुदाब एवं वायु दिशा पछुआ हवाएं महाद्वीपों के पूर्वी तट पर लवणता को कम कर देती है व्यापारिक हवाएं महाद्वीपों के पश्चिमी किनारे महासागरों के पूर्वी किनारे से जल खारे जल को महाद्वीपों के पूर्वी किनारे पर लाकर वहां की लवणता बढ़ा देती है
सागरीय गतियां सागरीय धाराओं का प्रमुख कार्य सागरीय जल में मिश्रण करना होता है भूमध्य रेखीय गरम धाराएं महाद्वीपों के पश्चिमी भाग से लवण को पूर्वी तट भागों में पहुंचा कर वहां की लवणता बढ़ा देती है जैसे मेक्सिको की खाड़ी में लवणता गल्फ स्ट्रीम की गर्म धारा यूरोप के उत्तर पश्चिमी तट पर लवणता को बढ़ा देती है लैब्राडोर की ठंडी धारा उत्तरी अमेरिका के उत्तरी पूर्वी तटीय भाग में लवणता कम कर देती है उस महोदय के अनुसार सागरीय लवणता पर मुख्य रूप से तीन कारकों का प्रभाव है नंबर 1 वर्षा के कारण लवणता में कमी होती है नंबर दो वाष्पीकरण के कारण लवणता में वृद्धि होती है न मरती मिश्रण की प्रक्रिया के कारण लवणता में परिवर्तन होता है सागरों में लौंडा के सामाजिक परिवर्तन होता रहता है उत्तरी गोलार्ध में अधिकतम लवणता जून के माह में न्यूनतम लवणता दिसंबर के महीने में होती है
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